साल 2022 का पहला सूर्यग्रहण (Surya Grahan)आज है. इस दिन शनि अमावस्या का भी संयोग इस सूर्यग्रहण को खास बना रहा है. यह सूर्यग्रहण आंशिक रूप से लगेगा और भारत में यह दिखाई नहीं देगा. यह एक बहुत ही अद्भुत खगोलीय घटना है. धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक आसमान होने वाली इस घटना से ग्रहों की चाल बदलती है और इनका असर राशियों पर भी पड़ता है. कुछ राशियों के लिए अच्छा तो कुछ के लिए खराब साबित हो सकता है. धर्म के जानकार लोगों का कहना है कि सूर्यग्रहण के दौरान कोई काम नहीं करना चाहिए और एकांत में बैठकर ईश्वर का ध्यान करना चाहिए. उनका कहना है कि इस दौरान गर्भवती महिलाओं को भी सावधान रहने की जरूरत है.
रात 12 बजे से शुरू होगा सूर्यग्रहण
हिन्दू पंचांग के मुताबिक, यह सूर्यग्रहण रात 12 बजे से शुरू होकर सुबह 4 बजकर 7 मिनट पर समाप्त होगा. इस दौरान सूतककाल भी लगा रहेगा. इस खगोलीय घटना में मनुष्य को बहुत सावधान रहने की जरूरत है क्योंकि, सूर्य से निकलने वाली हानिकारक किरणें जीवन को बहुत प्रभावित करेगी. खासकर बच्चों और गर्भवती महिलाओं पर इसका प्रभाव पड़ेगा.
गर्भवती महिलाएं ये काम करने से बचें
बताया जाता है कि सूर्यग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए क्योंकि, सूर्य निकलने वाली हानिकारक किरणें स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव डालती है. जो महिलाओं के लिए खतरा बन सकती है. इसलिए प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं को घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए.
सूर्यग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को नुकीली चीजों के प्रयोग करने से बचना चाहिए. हिन्दू धर्म में ऐसी मान्यता है कि ऐसा करने पर शिशु पर बुरा प्रभाव पड़ता है. जन्म के समय वह विकलांग तक जन्म ले सकता है.
सूर्यग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को सिलाई कढ़ाई और बुनाई से भी बचना चाहिए. बताया जाता है कि सूतककाल में ऐसा कार्य करना शिशु पर विकृत प्रभाव डालता है. ये कार्य करने से भी महिलाओं को बचना चाहिए.
इतना ही नहीं, हिन्दू पंचांग के अनुसार इस शूतककाल में महिलाओं को सब्जी काटना, सिलाई करना और कई तरह के उपकरणों के कार्य से बचना चाहिए. यह कार्य महिला के साथ-साथ बच्चे में भी दोष पैदा करते हैं. इसलिए गर्भवती महिला को यह काम करने से बचना चाहिए.