‘आरएसएस न राइट विंग न लेफ्ट विंग, केवल राष्ट्रवादी’ : दत्तात्रेय होसबोले ने बताई संघ की सोच
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सह- सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले ने कहा कि जिनके पूर्वज हिंदू थे वे हिंदू हैं। बुधवार को एकात्म मानवदर्शन अनुसंधान एवं विकास प्रतिष्ठान द्वारा आयोजित ‘राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ: कल, आज और कल’ विषय पर जयपुर के बिड़ला सभागार में बोलते हुए होसबोले ने कहा कि हम मजबूरी में बीफ खाने वालों के लिए दरवाजे बंद नहीं कर सकते।
होसबोले ने कहा कि संगठन बिना किसी राजनीतिक झुकाव के राष्ट्रहित में काम करता है। होसबोले ने कहा, “हम न तो दक्षिणपंथी हैं और न ही वामपंथी। हम राष्ट्रवादी हैं। संघ केवल राष्ट्र के हित में काम करने वाला है।”
#WATCH Jaipur: Those whose ancestors were Hindu are Hindus, those who consider themselves Hindu are Hindus & even those are Hindus to whom we say that they're Hindus…We can't shut doors for those who consumed beef out of compulsion: Dattatreya Hosabale, RSS Gen Secy (01.02) pic.twitter.com/LSIGgeZDvu
— ANI (@ANI) February 2, 2023
उन्होंने कहा कि भारत में रहने वाले सभी लोग हिंदू हैं क्योंकि उनके पूर्वज हिंदू थे और उनकी पूजा के तरीके अलग हो सकते हैं, लेकिन उन सभी का डीएनए एक ही है।
उन्होंने कहा कि भारत सभी के सामूहिक प्रयास से ही ‘विश्व गुरु’ बनकर विश्व का नेतृत्व कर सकता है। उन्होंने कहा, “संघ भारत के सभी धर्मों और संप्रदायों को एक मानता है। लोग अपने संप्रदाय को बनाए रखते हुए संगठन का काम कर सकते हैं। संघ कठोर नहीं है। यह लचीला है।”
उन्होंने संविधान पर भी बात की और कहा कि एक अच्छा संविधान भी कुछ नहीं कर सकता अगर कार्यान्वयन करने वाले बुरे हैं।
होसबोले ने कहा कि आरएसएस ने देश में लोकतंत्र की स्थापना में भूमिका निभाई जिसका जिक्र विदेशी पत्रकारों के लेखों में मिलता है।