Advertisement

PM Modi World Dairy Summit : पीएम मोदी ने किया विश्व डेयरी सम्मेलन का शुभारंभ, जानें भाषण की बड़ी बातें  

PM Modi World Dairy Summit
Share
Advertisement

PM Modi World Dairy Summit:  प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ग्रेटर नोएडा के इंडिया एक्सपो सेंटर एंड मार्ट में अंतरराष्ट्रीय डेयरी संघ विश्व डेयरी सम्मेलन (आईडीएफ डब्ल्यूडीएस) 2022 का शुभारंभ किया।

Advertisement

भारत में 48 साल बाद डेयरी सिखर सम्मेलन हो रहा है। ये सम्मेलन 1974 में हुआ था उस समय हमारा दुध का उत्पादन 23 मिलियन टन था और जब हम इस सम्मेलन को कर रहे है तो हमारा उत्पादन 220 मिलियन टन है यानि 10 गुना दुध की वृध्दि हुई।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ग्रेटर नोएडा के इंडिया एक्सपो सेंटर एंड मार्ट में अंतरराष्ट्रीय डेयरी संघ विश्व डेयरी सम्मेलन (आईडीएफ डब्ल्यूडीएस) 2022 के उद्घाटन कार्यक्रम में शामिल हुए। प्रधानमंत्री ने ग्रेटर नोएडा के इंडिया एक्सपो सेंटर एड मार्ट में लगी प्रदर्शनी का भी जायजा लिया।

12 से 15 सिंतबर तक चलने वाले सम्मेलन में पोषण एंव अजीविका के लिए डेयरी उद्योग पर 24 सत्र होगे। इसमें 91 विदेशी और 65 भारतीय विशेषज्ञ विश्वभर में नवाचार व डेयरी को विकसित करने पर विचार करेंगे।

सम्मेलन के लिए 11 हॉल तैयार किए गए इनमें से तीन में प्रदर्शनी लगेगी। सभी हॉल को भारतीय गाय भैंस की प्रजातियों के नाम पर रखा गया है, प्रधानमंत्री जिस हॉल में सम्मेलन संबोधित करेंगे उसका नाम गुजरात की गिर गाय के नाम पर रखा गया है।

कार्यक्रम में सीएम योगी आदित्यनाथ, गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र भाई पटेल और कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई दुग्ध उत्पादन में अपने-अपने देश की सहभागिता और नवाचार पर जानकारी देंगे गृहमंत्री अमित शाह भी सम्मेलन को संबोधित करेंगे।

सम्मेलन में करीब 800 से ज्यादा किसान उपस्थित होंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भारतीय श्वेत क्रांति के इतिहास और मौजूदा स्थिति पर बनी लघु फिल्म भी देखेगें साथ इससे पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निरीक्षण कर अधिकरियों के साथ बैठक की। उन्होनें प्रधानमंत्री व 50 देशों से आने वाले विशेषज्ञों की सुरक्षा और अन्य व्यवस्थाओं का जायजा लिया।

मुख्यमंत्री योगी जी ने सम्मेलन का जयाजा लेते हुए सभी अधिकारीयों को दिशा-निर्देश दिए। भारत दूसरी बार इस सम्मेलन की मेजबानी कर रहा है तब डेयरी में आत्मनिर्भरता का लक्ष्य तय किया था इसमें करीब 50 देशों के 1433 प्रतिनिधि हिस्सा लेंगे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *