अमेरिका के चार दिन के सफल दौरे के बाद भारत लौटे पीएम मोदी, अपने साथ 157 प्राचीन कलाकृतियां और वस्तुएं लेकर आए
नई दिल्ली: देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चार दिवसीय अमेरिका दौरे से स्वदेश लौट आए है। प्रधानमंत्री का विमान दिल्ली के पालम एयरपोर्ट पोर्ट पर लैंड हुआ था। वहीं, बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा खुद प्रधानमंत्री मादी के स्वागत के लिए एयरपोर्ट पहुंचे थे।
बता दें कि वहां बीजेपी के तमाम कार्यकर्ता एयरपोर्ट के बाहर प्रधानमंत्री मोदी के स्वागत में नाचते, गाते और नारे लगाते हुए दिखे। प्रधानमंत्री मोदी के स्वागत के लिए देश के अलग अलग राज्यों से लोग पारंपरिक परिधान और बाध्य यंत्रों के साथ एयरपोर्ट पर स्वागत के लिए पहुंचे थे।
प्राचीन कलाकृतियां और वस्तुएं लाए
मालूम हो कि प्रधानमंत्री मोदी अपने साथ 157 प्राचीन कलाकृतियां और वस्तुएं लेकर आए हैं। दरअसल, अमेरिका ने इन कलाकृतियों व वस्तुओं को प्रधानमंत्री को भेंट किया है। प्रधानमंत्री ने एक बयान में बताया है कि इनमें से अधिकतर कलाकृतियां व वस्तुएं 11वीं से 14वीं शताब्दी के बीच की हैं।
जानकारी के अनुसार प्रधानमंत्री मोदी अपने साथ लाए यह तमाम 157 कलाकृतियों और वस्तुओं में 10वीं शताब्दी की बलुआ पत्थर से तैयार की गई डेढ़ मीटर की नक्काशी से लेकर 12वीं शताब्दी की उत्कृष्ट कांसे की 8.5 सेंटीमीटर ऊंची नटराज की मूर्ति शामिल है।
इसके साथ ही पीएमओ ने जानकारी दी कि ‘इनमें से अधिकतर वस्तुएं 11वीं से लेकर 14वीं शताब्दी की हैं और सभी ऐतिहासिक भी हैं। इनमें मानवरूपी तांबे की 2000 ईसा पूर्व वस्तु या दूसरी शताब्दी की टैराकोटा का फूलदान है।’
71 प्राचीन कलाकृतियां सांस्कृतिक
साथ ही करीब 71 प्राचीन कलाकृतियां सांस्कृतिक हैं। जबकि बाकी छोटी मूर्तियां हैं। जो हिंदू, बौद्ध और जैन धर्म से जुड़ी हैं। यह सभी कलाकृतियां धातु, पत्थर और टैराकोटा से बनी हैं। कांसे की वस्तुओं में लक्ष्मी नारायण, बुद्ध, विष्णु, शिव-पार्वती और 24 जैन तीर्थंकरों की मुद्राएं शामिल हैं।
साथ ही कई अन्य कलाकृतियां भी हैं जिनमें कम लोकप्रिय कनकलामूर्ति, ब्राह्मी और नंदीकेसा शामिल है। पीएमओ का कहना है कि यह देश की प्राचीन कलाकृतियों व वस्तुओं को दुनिया के विभिन्न हिस्सों से स्वदेश वापस लाने का केंद्र सरकार के प्रयासों का हिस्सा है।