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कानून मंत्री रिजिजू का कांग्रेस पर पलटवार, कहा-“भारत अब भी नेहरू की गलतियों की कीमत चुका रहा है”

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जवाहरलाल नेहरू को लेकर बीजेपी और कांग्रेस के बीच जारी तकरार दिन-प्रतिदिन बढ़ती ही जा रही है। अब इस विवाद में अब कानून मंत्री किरेन रिजिजू की भी एंट्री हो गई है। बता दें कानून मंत्री किरेन रिजिजू ने कश्मीर मुद्दे पर जवाहरलाल नेहरू पर परोक्ष रूप से हमले के लिए पीएम मोदी की आलोचना किए जाने पर कांग्रेस पर बुधवार को पलटवार किया है। इसी के साथ रिजिजू ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि “भारत अब भी नेहरू की गलतियों की कीमत चुका रहा है”। वहीं कांग्रेस ने मंगलवार को कश्मीर मुद्दे पर नेहरू की आलोचना को लेकर मोदी पर निशाना साधा था और आरोप लगाया था कि उन्होंने एक बार फिर तथ्यों की अनदेखी की है।

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पीएम मोदी ने नेहरू पर क्या कहा?

सोमवार को गुजरात के आणंद जिले में एक रैली को संबोधित करते हुए, पीएम ने नेहरू पर परोक्ष हमला करते हुए कहा था कि सरदार वल्लभभाई पटेल ने अन्य रियासतों के विलय से संबंधित मुद्दों को चतुराई से हल किया, लेकिन “एक व्यक्ति” कश्मीर मुद्दे को नहीं सुलझा सका। हालांकि रिजिजू ने सिलसिलेवार ट्वीट में नेहरू से जुड़े मुद्दे पर कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश पर पलटवार किया। वहीं भाजपा नेता ने कहा, “यह ‘ऐतिहासिक झूठ’ कि महाराजा हरि सिंह ने कश्मीर के भारत में विलय के सवाल को टाल दिया था, जवाहर लाल नेहरू की संदिग्ध भूमिका की रक्षा के लिए बहुत लंबे समय तक चला है।”

हालांकि इस मामले पर रिजिजू ने लोकसभा में नेहरू के 24 जुलाई, 1952 के भाषण का हवाला देते हुए दावा किया कि महाराजा हरि सिंह ने पहली बार भारत में जम्मू कश्मीर के विलय के लिए आजादी से एक महीने पहले ही जुलाई 1947 में नेहरू से संपर्क किया था, और यह नेहरू थे जिन्होंने महाराजा की बात को अस्वीकार कर दिया।”

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