कानपुर: कामचोर सरकारी कर्मचारियों और अफसरों पर गिरी डीएम की गाज, टीम बनाकर अचानक कराई जांच, नोटिस जारी
उत्तर प्रदेश। राज्य में कानपुर जिले के जिलाधिकारी विशाख जी अय्यर ने सरकारी दफ्तरों में अफसरों और कर्मचारियों की लापरवाही को देखते हुए उसकी जांच कराने के लिए 9 अधिकारियों की एक टीम गठित की और उन्हें एक साथ 9 अलग-अलग विभागों के अफसर व कर्मचारियों की उपस्थिति जांचने के निर्देश दिए। जांच में 81 अफसर ड्यूटी से गायब मिले। जिसमें सबसे अधिक बेसिक शिक्षा विभाग के 26 कर्मचारी नदारद थे। डीएम ने सभी गायब अफसरों और अधिकारियों से स्पष्टीकरण देने को कहा है। साथ ही भविष्य में ऐसा न करने की हिदायत भी दी है।
गौरतलब है कि कुछ दिन पहले उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने सभी जिलों के डीएम की दफ्तरों में उपस्थिति की जांच की थी।
कई दिनों से मिल रही थी शिकायत
दरअसल कानपुर डीएम के पास कई दिनों से फरियादियों द्वारा कर्मचारियों और अधिकारियों के वहाँ मौजूद न होने की सूचना मिल रही थी। जिसके बाद उन्होंने टीम बनाकर DIOS कार्यालय, जिला पूर्ति कार्यालय, BSA दफ्तर, जिला समाज कल्याण अधिकारी, दफ्तर जिला प्रोबेशन अधिकारी कार्यालय, जिला कार्यक्रम अधिकारी कार्यालय और कलेक्ट्रेट परिसर में छापेमारी की।
नोटिस जारी कर 2 दिन में मांगा जवाब
जिसमें पता चला कि डीआईओएस कार्यालय में 19, जिला पूर्ति कार्यालय में 15, बीएसए दफ्तर में 26 ,जिला समाज कल्याण अधिकारी कार्यालय में दो, जिला प्रोवेशन अधिकारी कार्यालय में 13, जिला कार्यक्रम अधिकारी 6, कर्मचारी अधिकारी अनुपस्थित मिले। इन सभी को नोटिस के जरिए 2 दिन के अंदर जवाब दाखिल करने को कहा गया है। डीएम की इस सख्ती से शहर के सभी सरकारी कार्यालयों में हड़कंप मच गया है। सबसे अधिक समय पर कार्यालय न आने वाले और अक्सर छुट्टी पर रहने वाले कर्मचारी ख़ौफजदा हैं।