UN की इमरजेंसी मीटिंग में भारत ने कही यह बात, यूक्रेन बोला- हमारे आंसू देखें
Russia-Ukraine War: संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) में भारत ने एक बार फिर से साफ कहा है कि विवादों का शांतिपूर्ण तरीके से हल निकाला जाना चाहिए। संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि टीएस तिरुमूर्ति (TS Tirumurti) ने कहा कि नई दिल्ली का दृढ़ विश्वास है कि कूटनीति के रास्ते पर लौटने के अलावा और कोई विकल्प नहीं है।
यूएन में भारत ने कहा कि भारत अपने नागरिकों को तत्काल यूक्रेन से निकालने के लिए हर संभव प्रयास कर रहा है। महासभा में टीएस तिरुमूर्ति ने कहा कि यह एक महत्वपूर्ण मानवीय मुद्दा है और इसपर तुरंत ध्यान दिए जाने की जरूरत है। बता दें कि यूक्रेन में भारतीय छात्रों के साथ मारपीट की खबरें भी सामने आई हैं।
इसके साथ-साथ भारत ने यूक्रेन (Ukraine Issues) के उन पड़ोसी देशों को भी धन्यवाद दिया जिन्होंने भारत की मदद के लिए अपनी सीमाएं खोल दी हैं। उन्होंने कहा कि मैं यूक्रेन के सभी पड़ोसी देशों को धन्यवाद देना चाहता हूं जिन्होंने हमारे नागरिकों के लिए अपनी सीमाएं खोल दी हैं और हमारे मिशनों और उनके कर्मियों को सभी सुविधाएं उपलब्ध कराई हैं। हम अपने पड़ोसियों और विकासशील देशों के उन लोगों की मदद के लिए तैयार हैं जिन्हें सहायता की जरूरत है।
दूसरी तरफ यूक्रेन ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में रूस पर कई आरोप लगाते हुए कहा कि रूस के झूठ को न सुनें, हमारे आंसू देखें, हमारा दर्द महसूस करें। हमें आपकी मदद की जरूरत है। रूसी सेना कहर बरपा रही है, उसे रोका जाना चाहिए।
हालांकि रूस ने इन आरोपों को खारिज करते हुए अपनी कार्रवाई को जायज ठहराया और कहा कि आम नागरिक उसके निशाने पर नहीं हैं। रूस के खिलाफ लाए गए प्रस्ताव का समर्थन करते हुए यूक्रेन ने कहा कि अगर यूक्रेन नहीं बचता है तो संयुक्त राष्ट्र भी नहीं बचेगा।