
केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा किए गए एक जनसांख्यिकीय सर्वेक्षण से पता चला है कि झारखंड में कम उम्र की लड़कियों की शादी का प्रतिशत सबसे अधिक है। यह सर्वेक्षण 2020 में महापंजीयक और जनगणना आयुक्त के कार्यालय द्वारा किया गया था और इसकी रिपोर्ट सितंबर में प्रकाशित हुई थी।
सर्वेक्षण से पता चला है कि झारखंड में 18 साल की उम्र से पहले लड़कियों की शादी करने का प्रतिशत 5.8 प्रतिशत है। सर्वेक्षण में कहा गया है, “राष्ट्रीय स्तर पर 18 साल की उम्र से पहले प्रभावी ढंग से शादी करने वाली महिलाओं का प्रतिशत 1.9 है और केरल में 0.0 से लेकर झारखंड में 5.8 तक है।”
इसमें कहा गया है कि झारखंड में ग्रामीण क्षेत्रों में बाल विवाह का 7.3 प्रतिशत और शहरी क्षेत्रों में तीन प्रतिशत विवाह हुआ। सर्वे के मुताबिक, झारखंड और पश्चिम बंगाल देश के दो ऐसे राज्य हैं जहां आधी से ज्यादा महिलाओं की शादी 21 साल की उम्र से पहले कर दी जाती है।
सर्वेक्षण में कहा गया है कि पश्चिम बंगाल में जहां 54.9 फीसदी लड़कियों की शादी 21 साल की उम्र से पहले हो जाती है, वहीं झारखंड में यह आंकड़ा 54.6 फीसदी है, जबकि राष्ट्रीय औसत 29.5 फीसदी है।
नमूना पंजीकरण प्रणाली (एसआरएस) सांख्यिकीय रिपोर्ट में दुनिया के सबसे बड़े जनसांख्यिकीय सर्वेक्षणों में से एक के माध्यम से एकत्र किए गए आंकड़ों के आधार पर विभिन्न जनसांख्यिकीय, प्रजनन क्षमता और मृत्यु दर के अनुमान शामिल हैं, जिसमें लगभग 8.4 मिलियन सैंपल आबादी शामिल है।