पिता के निधन के बाद अखिलेश ने लिखा भावुक पोस्ट, कहा-‘आज पहली बार लगा… बिन सूरज के उगा सवेरा’
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव का सोमवार को लंबी बीमारी के बाद गुरूग्राम के मेदांता अस्पताल में निधन हो गया और कल उनके पार्थिव शरीर को उनके पैतृक गांव सैफई में पंचतत्वों में विलीन कर दिया गया। मुलायम के निधन देश की राजनीति में एक बहुत बड़ी क्षति बताया गया। वहीं आज अखिलेश यादव ने ट्विट के जरिए भावुक पोस्ट लिखते हुए कहा कि ‘आज पहली बार लगा… बिन सूरज के उगा सवेरा’। अपने पिता की मौत के बाद अखिलेश यादव एकदम अकेले हो गए हैं।
आज पहली बार लगा…
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) October 12, 2022
बिन सूरज के उगा सवेरा. pic.twitter.com/XlboMo8G2V
वहीं अखिलेश यादव की इस दौरान कई फोटो भी सामने आईं हैं जिसमें पहली तस्वीर में वो अपने पिता की अस्थियां लेकर अकेले और भावुक हुए नजर आ रहें हैं। जबकि दूसरी तस्वीर में उनके साथ सपा के समर्थक खड़े नजर आ रहें जो कि अखिलेश को संभालते हुए और ढंढास देते हुए नजर आ रहें हैं। वहीं शिवपाल यादव भी काफी भावुक दिखे और कहा कि नेताजी हमारे पिता समान थे बचपन से लेकर अब तक जितनी बार भी हम सेवा कर सकते थे हमने की। आज हमारे मन का कोना सिकुड़ा हुआ हो गया है।
नेताजी ने पिछड़े, दलित, शोषित और अल्पसंख्यकों को ऊपर ले जाना का काम किया है लेकिन वो आज हमारे बीच नहीं हैं।” उन्होंने कहा कि “नेताजी के पास जो भी आया है, जिसने भी उनके साथ काम किया है। उन्होंने कभी भी उनको नाराज नहीं किया है। हमने भी जीवन में उसी रास्ते पर चलने का प्रयास किया है और आगे भी करेंगे। उनकी जो विचार धारा थी हम उसी पर चलने का प्रयास करेंगे।”
आज भले ही मुलायम सिंह अपनी सियासी विरासत को अखिलेश यादव के हवाले कर गए लेकिन मौत के बाद अब अखिलेश के लिए आने वाला समय काफी चुनौतियों से भरा होने वाला है। क्योंकि अब पार्टी की उम्मीदें अखिलेश यादव पर आकर बढ़ गईं हैं। ऐसे में अखिलेश पर डबल जिम्मेदारी का का दायित्व बढ़ने वाला है क्योंकि उन्हें यादव कुनबे को एकजुट रखने के साथ-साथ सपा के सियासी आधार और मुलायम के एम-वाई समीकरण को साधे रखने की चुनौती होगी। इतना ही नहीं मुलायम की मैनपुरी सीट पर नेताजी के सियासी वारिस को भी तलाशना होगा।