अफ़ग़ानिस्तान के उपराष्ट्रपति का बयान, कहा- देश को फिर से खड़ा करने के लिए नेताओं से बातचीत जारी, भारतीयों ने भारत आने का दिया न्योता
काबुल: तालिबान के काबुल में कूच करने की ख़बर से अफ़ग़ानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी ने देश छोड़ दिया था। अशरफ़ गनी के देश छोड़ते ही तालिबान के लड़ाकों ने राष्ट्रपति भवन सहित पूरे काबुल पर कब्ज़ा कर लिया। इसी बीच मंगलवार को अफ़ग़ानिस्तान के उप-राष्ट्रपति अमरुल्ला सालेह का ट्वीट सामने आया है।
उन्होनें कहा- ‘अफ़ग़ानिस्तान इस्लामिक गणराज्य के संविधान के स्पष्ट प्रावधान के अनुसार, राष्ट्रपति की अनुपस्थिति, पलायन या मृत्यु की स्थिति में, प्रथम उप-राष्ट्रपति कार्यवाहक राष्ट्रपति होता है। मैं देश में ही मौजूद हूं और मैं कानूनी और वैध रूप से इस पद का प्रभारी हूं। मैं इस पद को मजबूत करने के लिए देश के सभी नेताओं से सलाह मशविरा कर रहा हूं’।
एक दूसरे ट्वीट में उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति के ट्विटर हैंडल को टैग करते हुए अफगानी नागरिकों से कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति के साथ अब अफ़ग़ानिस्तान का बहस करना व्यर्थ है। उन्हें इस बात को दबाने दो। हम अफगानों को यह साबित करना होगा कि अफगानिस्तान वियतनाम नहीं है। यूएस और नाटो के विपरीत हमने हौसला नहीं खोया है और आगे भी अपने देश के लिए अपार संभावनाएं देख रहे हैं। बेकार चेतावनियां भी अब समाप्त हो गई हैं। आप सब प्रतिरोध में शामिल हों।
ट्विटर पर अमरुल्ला सालेह ने पिन किए गए एक ट्वीट में लिखा है, ‘हमारी मिट्टी में लोगों के साथ एक कारण और उद्देश्य के लिए धर्म में दृढ़ विश्वास के साथ पाकिस्तान समर्थित दमन और क्रूर तानाशाही का विरोध करना ही हमारी वैधता है।’
ट्विटर पर सालेह को लोगों ने भारत बुलाया
अफगानी उप-राष्ट्रपति अमरुल्ला सालेह के ट्वीटर अकांउट पर भारतीय लोगों ने उन्हें भारत आने की पेशकश कर दी। एक ट्वीटर यूजर @iamsusovan367 ने सालेह से कहा कि सर, आप भारत आएं हम आपको अतिथि के रूप में आतिथ्य प्रदान करेंगे। एक दिन जरूर आएगा जब फिर से अफगानिस्तान सरकार सत्ता में आएगी । पाकिस्तानी काबुल पर तालिबान की जीत का जश्न मनाते हैं, यह समय की बात है, वो दिन भी आएगा जब इस्लामाबाद पर तालिबान का कब्जा होगा। @mehranzaidi नाम के एक ट्वीटर यूजर ने कहा- सर अभी के लिए कृपया भारत आ जाएं।