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हवा साफ करने के लिए Yogi Government अपनाएगी अद्भुत तकनीक, UP बनेगा देश का पहला राज्य

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यूपी ‘Airshed Management’ अपनाने वाला देश का पहला ऐसा राज्य बनेगा। World Bank और अन्य राष्ट्रीय,  अंतरराष्ट्रीय संस्थानों की मदद से यूपी में स्वच्छ हवा के लिए इस ‘एयरशेड प्रबंधन’ को अपनाया है। बता दें इस यूपी ने पांच सालों में हवा में मौजूद PM2.5 कणों के स्तर को घटाकर 45 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर करने का लक्ष्य रखा है। एक्सपर्ट ने कहा कि ‘एयरशेड प्रबंधन’ के लक्ष्य को हासिल करने में मदद करेगा।

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PM 2.5 कण क्या होता है?

देश में वायु प्रदूषण का स्तर विश्व में सर्वाधिक पाया गया है। वायु प्रदूषण देश की स्वास्थ्य और अर्थव्यवस्था दोनों के लिए ये बड़े दिक्कत की बात है। देश में मौजूदा आबादी (1.3 अरब लोग) अपने चारों ओर हानिकारक हवा को अपने अंदर ले रहे है। देश में हमारे आस पास मौजूदा हवा के स्तर की बात करें तो हमसब PM 2.5 कणों के संपर्क में हैं। जो की सबसे खतरनाक वायु प्रदूषण का स्तर माना जाता है। आपको बता दें 2.5 कणों के कारण बहुत तरह का स्वास्थ्य समस्याएं बीमारी होती है, इसके संपर्क में आने से फेफड़ों का कैंसर, हृदय रोग जैसी केई गंभीर बीमारियां हो जाती हैं। एक रिपोर्ट की माने तो घर के अंदर मौजूद प्रदूषित हवा से साल 2019-20 में 8 लाख लोगों की मृत्यु हो गई थी। देश में गाड़ीयों की वजह से प्रदूषण तथा अन्य कारण इसका प्रमुख वजह है।

‘एयरशेड प्रबंधन’ क्या है?

‘Airshed Management’ एक ऐसा क्षेत्र होता है।  जहां अलग-अलग प्रदूषित कण आपस में मिश्रित होकर एक सामान गुणवक्ता वाली हवा का बनाते हैं। देश में मौजूद Air Pollution Control (वायु प्रदूषण नियंत्रण)  रणनीतियों के अनुसार केई शहरों को अपना अधिकार क्षेत्र से आगे बढ़कर अपने यहां ‘एयरशेड प्रबंधन’ से जुड़े उपकरणों का एक बदलकर नया लगाने की जरुरत है। बात करे यूपी की तो सर्दियो के मौसम में पंजाब और हरियाणा में जलाई जाने वाली पराली की वजह से हवा की गुणवक्ता बहुत ही खराब हो जाती है। जिसे देखते हुए यूपी ने Airshed Management को अन्य संस्थानों की मदद से अपना कर पहला राज्य बन जाएगा।

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