Advertisement

Flying Car: पहली फ्लाइंग कार ने भरी उड़ान, महज इतने मिनट में पहुंची एक शहर से दूसरे शहर

Share
Advertisement

नई दिल्ली। आज का युग प्रौद्योगिकी से भरा हुआ है। हर क्षेत्र में तरह-तरह के इनोवेशन हमारी लाइफ को आसान बनाते है। आए दिन हमारे रिसर्चस ऐसी तकनीक सामने लाते हैं जिससे हमारा जीवन सरल होता है और हम तकनीक क्षेत्र में एक कदम आगे बढ़ते है।

Advertisement

ऐसी ही एक नई तकनीक सामने आई है जो काफी चर्चाओं में है। जी हां, अबतक आपने हवाई जहाज या फिर हैलीकॉप्टर में सवारी की होगी या यूं कह लें कि उड़ान भरी होगी। लेकिन आज हम आपको बताने जा रहे है फ्लाइंग कार के बारे में।

दरअसल, स्लोरवाकिया की राजधानी ब्रातिस्लावा में पहली फ्लाइंग कार (Flying Car) ने उड़ान भरी है। इस प्रोटोटाइप-1 फ्लाइंग कार ने ब्रातिस्ला्वा और नीत्रा शहर के बीच की दूरी तय करने में महज 35 मिनट का समय लिया है। उड़ान पूरी करने के बाद कार रनवे पर उतरी और अपने पंखों को समेटते हुए फिर से कार में बदल गई। कई लोगों ने इस मैजिक मोमेंट को अपने कैमरों में भी कैद किया।

जो लोग लंबे समय से कार से हवा में उड़ने की तमन्ना रख रहें थे उनके लिए यह एक अच्छी  खबर है। एक ऐसी कार जो सड़क पर चलने के साथ-साथ हवा में भी उड़ने की क्षमता रखती है, उसके बारे में सोचना काफी रोमांचक लगता है लेकिन उसे बनाना उतना ही चुनौतीपूर्ण होता है। हालांकि, अब यह सपना पूरा होने जा रहा है। इसी तरह की एक कार ने अब ऐतिहास‍क उड़ान भरते हुए एक शहर से दूसरे शहर तक का सफर पूरा किया है जिसको लेकर काफी चर्चा है।

बता दें कि ‘एयरकार’ नामक कंपनी ने इस कार को बनाया है और पिछले 28 जून को स्लोपवाकिया के दो अंतराष्ट्रीय हवाई अड्डों नित्रा और ब्रातिस्लावा के बीच इसने उड़ान भरी है। दोनों एयरपोर्ट के बीच दूरी को पूरा करने में इस फ्लाइंग कार को मात्र 35 मिनट ही लगे है। सिर्फ इतना ही नहीं यह कार महज तीन मिनट के अंदर उड़ने वाली कार में तब्दील हो जाती है। इस कार में 160 हार्स पावर का बीएमडब्यूं वाला इंजन लगाया गया है।

उड़ने वाली कार 160 hp बीएमडब्ल्यू इंजन के साथ आती है और इसमें एक फिक्स्ड प्रोपेलर और एक बैलिस्टिक पैराशूट भी होता है। एयरकार के मुताबिक, उड़ने वाली कार 8,200 फीट की ऊंचाई पर 1,000 किमी तक उड़ने में सक्षम है। यह 170 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से उड़ान भर सकती है। अब तक यह 40 घंटे की उड़ान भर चुकी है। इसके अलावा, अपनी टेस्ट उड़ानों के दौरान, उड़ने वाली कार ने 45 डिग्री के तेज मोड़ और स्टैबिलिटी और गतिशीलता टेस्ट किया है। कंपनी ने यह दावा किया है कि एक कार से एक विमान में उड़ान भरने और बदलने में लगभग दो मिनट 15 सेकंड का समय लगता है।

उड़ने वाली कारें लंबे समय से चर्चा में हैं। इन वाहनों को शहर के आने-जाने और अंतर-शहर परिवहन के भविष्य के तौर पर देखा जा रहा है क्योंकि सड़कों पर भीड़भाड़ बढ़ रही है। आनेवाले समय में एक जगह से दूसरे जगह जाने में इसकी अहम भूमिका होगी।

उबर जैसी राइड-हेलिंग सेवाओं ने पहले ही घोषणा कर दी है कि वे उड़ने वाली कारों पर काम कर रही हैं जिनका उपयोग भविष्य में आने-जाने और अंतर-शहर परिवहन में किया जाएगा। इस फ्लाइंग कार आधारित राइड-हेलिंग सिस्टम से निकट भविष्य में मोबिलिटी उद्योग में एक बड़ा बदलाव आने की उम्मीद की जा रही है। स्थापित वाहन निर्माताओं में, हुंडई जैसे कुछ ओईएम भी उड़ने वाली कार प्रौद्योगिकी पर काम कर रहे हैं।

ऐसा कहा जा सकता है कि आनेवाले समय में परिवहन को सुगम बनाने में फ्लाइंग कार की अहम भूमिका होगी।

 

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *