हंसाने वाला रूला गया, ‘कॉमेडी’ के बादशाह राजू श्रीवास्तव ने क्यों कहा यमराज के भैंसे पर बैठोगे?
राजू श्रीवास्तव कॉमेडी की दुनिया का ऐसा नाम जो अब तक सभी को सिर्फ और सिर्फ हंसाता लेकिन आज वो सबको रूला कर चले गए। बता दें सालों से राजू श्रीवास्तव का दूसरा नाम ही मानों हंसी था। गजोधर भईया के नाम से मशहूर राजू श्रीवास्तव लोगों को हंसाने के लिए जाने जाते हैं और ऐसे में उनका एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। इस वीडियो में राजू यमराज और मौत का जिक्र कर रहे हैं।
बता दें यमराज से बतियाते हमेशा हंसने-हंसाने वाले राजू श्रीवास्तव का ये वीडियो कुछ ही दिन पुराना है। इसे उन्होंने अपने इंस्टाग्राम पर कुछ ही दिन पहले अपलोड किया थ। मानों राजू जानते थे कि जैसे उनका यमराज से जल्द ही सामना होने वाला है। वैसे सच में शायद उनकी मुलाकात जब यमराज से हुई होगी तो बातें शायद कुछ ऐसी ही हुई होंगी। लोगों को उनकी सादगी से हंसाने की कला ऐसी भायी थी कि उन्हें स्टार बनते देर नहीं लगी।
गजोधर वाली कॉमेडी
राजू श्रीवास्तव मूल रूप से उत्तर प्रदेश के कानपुर के रहने वाले हैं और 1983 में मुंबई में अपना करियर बनाने आये थे। कॉमेडियन राजू श्रीवास्तव बचपन यूपी में ही बिता था लेकिन फिर स्टार बनने की चाहत ने उन्हें दिल्ली ,मुंबई से दूर नहीं रहने दिया। मौका मिलते ही राजू काम धंधे की तलाश में मुंबई आ गए। कहा तो ये भी जाता है कि यहां उन्होंने रिक्शा तक चलाई थी। लेकिन सपना हमेशा से कॉमेडियन बनना ही था मौका मिला और उन्होंने चौका मार दिया। वो गजोधर भैया के किरदार में ऐसे छाये कि लोग उन्हें गजोधर भैया ही कहने लगे।
राजू की कॉमेडी इतनी सादी और सरल होती थी मानों लोगों को वो अपने आसपास के किरदार ही लगते थे। परिवार और रिश्तों की पृष्ठभूमि पर किरदारों को वो कॉमेडी की रूप से ऐसे संजोते कि देखने वाला हंसते-हंसते अपना पेट पकड़ लेता। किरदार और डॉयलॉग ऐसे होते मानो हमारे आस-पड़ोस ,घर-परिवार का जिक्र हो रहा हो।
हैरानी कि बात ये है कि जब 10 अगस्त को जिम में वर्कआउट करने के दौरान राजू को दिल का दौरा पड़ा था। 10 अगस्त को उन्हें एम्स में भर्ती कराया गया उनकी एंजियोप्लास्टी की गई। लेकिन उनकी हालत नाजुक होती गयी और वो वेंटिलेटर पर चले गए। इस दौरान राजू के चाहने वाले, जाननेवाले, स्टार, परिवार सब दुआएं करते रहे लेकिन किसी की दुआ काम नहीं आयी और सबको हंसाने वाले राजू आज हमें रूलाकर चले गए। उसी यमराज के पास जिससे मानों वो थोड़े दिनों पहले अपने आने का संदेशा भिजवा रहा था।