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सावन के महीने में शिव के धाम में ‘अंधेरा’, अधिकारी जान कर भी बन रहे अंजान, जिससे शिव भक्त हो रहे परेशान?

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सावन के पवित्र महीने में जहां भक्तगण मंदिरों में पूजा अर्चना करने के लिए जाते हैं। वहीं पूरी दुनिया को उजाला देने वाले ईश्वर अगर खुद अंधेरे में हो, तो ऐसे में जिम्मेदार कौन होगा। बता दें योगी राज में मंदिरों एवं मठों की रक्षा करते हैं यहां उनके रहते कोई दिक्कत नहीं होती। ठीक ऐसा ही एक मामला गाजियाबाद के इंदिरापुरम के अहिंसा khand-1 में शिव हनुमान मंदिर है, जहां भगवान पिछले डेढ़ महीने से अंधेरे में हैं।

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सावन के पवित्र महीने में शिव मंदिर में बिजली काट देना उसके पीछे किसकी साजिश है। क्योंकि आपने सड़कों पर बनी मजारों को चमचमाते हुए देखा होगा जहां अनगिनत बल्ब बिना बिजली कनेक्शन के जलते रहते हैं। उस ओर ना बिजली विभाग का ध्यान जाता है और ना ही ऐसी मजारों पर कोई कार्यवाही होती है। कही ये योगी बाबा की सरकार बदनाम करने की एक साजिश तो नहीं?

मंदिर के पुजारी ने बिजली विभाग पर लगाया बड़ा आरोप

मंदिर के पुजारी भोला नाथ मिश्रा जी का आरोप है पिछले डेढ़ महीने से बिजली विभाग के चक्कर काट रहे हैं। जहां सिर्फ यह कह कर उन्हें बार-बार भेज दिया गया कि हां बिजली जोड़ देंगे मंदिर के पुजारी का कहना है बिजली विभाग में अखिलेश यादव के समर्थक अधिकारी बैठे हैं। जो पिछले डेढ़ महीने से निवेदन करने पर भी बिजली नहीं जोड़ रहे। इसी के साथ उन्होंने बिजली विभाग के लोग कह रहे हैं जीडीए वालों ने काटी है एक दूसरे के ऊपर बात डालते हुए नजर आ रहे हैं।

प्रशासन ने नहीं उठाया कोई कदम तो लेंगे एक्शन

शिव भक्तों का कहना है की हम पूजा करने जाते है तो मंदिर में अंधेरा होता है। बहुत बुरा लगता है अगर ऐसा ही चलता रहा तो हमें ही कुछ ना कुछ कार्यवाही कराने के लिए एक्शन लेना पड़ेगा। जरूरत पड़ी तो हम खुद बिजली जोड़ेंगे अगर प्रशासन ने आज कल में बिजली नहीं जोड़ी। इसी के साथ वहां मौजूद बुजुर्ग पुजारी भी बिजली विभाग के चक्कर काटते रहे लेकिन उनकी किसी ने ना सुनी।

आज हिंदी खबर भी जब बिजली घर पहुंचा तो वहां अधिकारी पहले तो अनजान बनने लगे। फिर उसके बाद एक दूसरे के ऊपर बात डालने लगे शायद उनको लगा कि मुख्यमंत्री योगी जो मंदिरों मठों की रक्षा करते हैं अगर मामला मीडिया में आया तो उनकी नौकरी खतरे में पड़ जाएगी। जब हम ने बिजली विभाग के ओएसडी से बात करने की कोशिश की कि बुजुर्ग बाबा पिछले डेढ़ महीने से परेशान हो रहे हैं।

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बिजली विभाग के ओएसडी ने सवाल पूछने पर दिखाई दबंगई

वहीं मंदिर की बिजली जुड़वाने को लेकर वहां मौजूद अधिकारी ने हिंदी खबर के संवाददाता के साथ बदसलूकी भी किया। हिंदी खबर संवाददाता का उल्टा वेरिफिकेशन करने लगे हमारे चैनल के संवाददाता ने जब अपना विजिटिंग कार्ड दिया तो ओएसडी  ने कहा ये हमें नहीं चाहिए। इसी के साथ हिंदी खबर अपने चैनल का कार्ड मंगाओ हमने कार्ड मंगा कर उनको दिखा दिया, उल्टा वे हमारे चैनल के संवाददाता के आई कार्ड की फोटो करके अपने पास रखा, जबकि इस बात पर इनका कोई गौर नहीं है कि भगवान अंधेरे में है। उस पर कार्यवाही की जाए वहां की बिजली जुड़वाई जाए, ना कि मीडिया का वेरिफिकेशन किया जाए।

क्या सरकार को बदनाम करने की साजिश तो नहीं

इस पूरे मामले को लेकर योगी सरकार को बदनाम करने के लिए ऐसा किया जा रहा है। जब हिंदू संगठन के लोगों ने इस बात के खिलाफ आवाज उठाई कि आप मीडिया का एक लड़की का वेरिफिकेशन कैसे कर सकते हैं। क्या आपको लोकतंत्र के चौथे स्थान पर भरोसा नहीं बल्कि आप वह काम नहीं कर रहे हैं। जो आपको करना चाहिए कितनी अवैध नजारे जो बिना कनेक्शन के उन में बिजली चल रही है। इसी के साथ आप योगीराज में मंदिर की बिजली काट रहे हैं। हालांकि भक्तों ने और हिंदू संगठन के लोगों ने अल्टीमेटम दे दिया है। अगर आज कल में बिजली नहीं जोड़ी गई तो खुद बिजली जोड़ेंगे।

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