राहुल गांधी की यात्रा में दिखी एंबुलेंस की राजनीति, जानें कैसे
आज कल की राजनीतिक दल एंबुलेंस को राजनीतिक हथियार बनाने की कोशिश कर रहे हैं कहीं नरेंद्र मोदी की रैली में ऐसा देखने को मिलता है तो कभी राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में ये तो तब है जब देश काफी दिक्कतों का सामना कर रहा है।मध्यप्रदेश में भारत जोड़ो यात्रा का शुक्रवार को 10वां दिन है। राहुल गांधी की यात्रा अपने 86वें दिन आगर-मालवा जिले में पहुंची। भारत जोड़ो यात्रा सुबह छह बजे जनाहा गांव से शुरू हुई।
राहुल गांधी के साथ मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, उनकी पत्नी अमृता सिंह और दिग्विजय सिंह के बेटे व विधायक जयवर्धन सिंह भी चलते रहे। सुबह छह बजे जनाहा गांव से निकलकर यात्रा आगर जिले के ही तनोदिया गांव में टी ब्रेक के लिए रुकी। आगर जिले में यात्रा तीन दिन और दो रात रुकेगी, जो भारत जोड़ो यात्रा की सबसे लंबी यात्रा होगी। आगर में 97 किमी की यात्रा होगी। आगर से यात्रा राजस्थान में प्रवेश कर जाएगी।
आगर में यात्रा के दौरान राहुल गांधी बाबा बैजनाथ महादेव मंदिर और नलखेड़ा मां बगलामुखी मंदिर में जा सकते हैं। सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस ने तैयारी कर ली है। यात्रा की सुरक्षा के लिए करीब दो हजार पुलिसकर्मियों का बल तैनात किया गया है। आगर मालवा में कांग्रेस के मीडिया विभाग के प्रमुख जयराम रमेश ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान उन्होंने यह भी कहा कि भारत जोड़ो एक मोमेंट है, इवेंट नहीं। इवेट मैनेजमेंट में भाजपा का कोई मुकाबला नहीं है। यह राजनीतिक तौर पर कोई बड़ा बदलाव नहीं लाने वाला। इवेंट कभी 140 दिन नहीं चलता। 12 राज्यों में रोज 24 किमी चलना कोई इवेंट नहीं है। नरेंद्र मोदी चलकर दिखाएं, अमित शाह चलकर दिखाएं।