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पंजाब पुलिस ने मोहाली में साईबर कियोस्क का किया उद्घाटन, मोबाइल डिवाइसों के मालवेयर विश्लेषण के लिए नई पहल

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  • पंजाब पुलिस ने मोहाली में साईबर कियोस्क शुरू किया
  • कियोस्क मोबाइल और यूएसबी ड्राइव्स स्कैन करता है
  • 24 घंटे मुफ्त, 2-5 मिनट में स्कैन
  • चार शहरों में उपलब्ध, और अन्य जिलों में भी होगा
  • नागरिक सुरक्षित रूप से डिवाइस चेक कर सकते हैं

Punjab News : जन साईबर सुरक्षा को बढ़ाने की दिशा में बड़ा कदम उठाते हुये पंजाब पुलिस ने सोमवार को मोहाली के स्टेट साईबर क्राइम दफ़्तर में मोबाइल डिवाईसों के मालवेयर विश्लेषण के लिए साईबर कियोस्क मशीन का उद्घाटन किया. राज्य में अपनी किस्म की पहली साईबर कियोस्क, यह मशीन नागरिक डिजिटल सुरक्षा की तरफ महत्वपूर्ण तकनीकी तरक्की है.

सेल्फ-सर्विस कियोस्क नुकसानदेय, पाबन्दीशुदा या असुरक्षित ऐपलीकेशनों और फाइलों से ऐंड्रॉइड और आईओएस मोबाइल डिवाईसों के साथ-साथ यूएसबी ड्राईवों और बाहरी स्टोरेज को स्कैन और सैनीटाईज करने के लिए तैयार किया गया है.

साईबर क्राइम दफ़्तर में साईबर कियोस्क का उद्घाटन

मोहाली के फेज 4 में स्टेट साईबर क्राइम दफ़्तर में साईबर कियोस्क का उद्घाटन करते हुये स्पेशल डायरैक्टर जनरल ऑफ पुलिस, साईबर क्राइम वी. नीरजा ने कहा कि साईबर कियोस्क नागरिकों के लिए एक जन पहल है और इसको शुरू में चार स्थानों- मोहाली, सीपी दफ़्तर लुधियाना, जालंधर और अमृतसर में स्थापित किया गया है, जिसके उपरांत इसको अन्य जिलों में भी स्थापित किया जायेगा.

डेटा लीक होने का कोई खतरा नहीं

जन कल्याण और उद्योग संगठनों के प्रतिनिधियों को संबोधन करते हुये स्पेशल डीजीपी ने ज़ोर देकर कहा कि यह कियोस्क 24 घंटे तेज, सुरक्षित और मुफ़्त सेवाएं प्रदान करता है, जिसमें हरेक स्कैन में सिर्फ़ 2-5 मिनट लगते हैं, उन्होंने भरोसा दिया कि डेटा लीक होने का कोई खतरा नहीं है. नागरिक मालवेयर के लिए अपने डिवाईसों की सुरक्षित ढंग से जांच कर सकते हैं और संभावित जोखिमों को तुरंत हटा सकते हैं.

चैटबोट के द्वारा तुरंत रिपोर्ट करने के लिए कहा

उन्होंने जनता को साईबर अपराधों के प्रति सचेत रहने की अपील भी की और साईबर अपराध हेल्पलाइन – 1930 या cybercrime.punjabpolice.gov.in cybercrime.punjabpolice.gov.in पर ‘साईबर- मित्र’ चैटबोट के द्वारा तुरंत रिपोर्ट करने के लिए कहा.

वन टच्च स्क्रीन इंटरफेस के जरिये काम करता

जन प्रतिनिधियों के सवालों के जवाब देते हुये साईबर अपराध के एसपी, जशनदीप सिंह गिल ने कहा कि कियोस्क आईऐमईआई विवरणों और सिम सम्बन्धी जानकारी की पहचान करता है और ऐपलीकेशनों और अंदरूनी स्टोरेज का तेजी और गहराई से स्कैन करता है, उन्होंने आगे बताया कि उपभोक्ता संक्रमित ऐपस को अनइंस्टाल कर सकते हैं, नुकसानदेय फाइलों को हटा सकते हैं और स्कैन रिपोर्टें तुरंत तैयार कर सकते हैं. रिपोर्ट उपभोक्ता के ईमेल पर भेजी जा सकती है या यूएसबी डिवाइस पर स्टोर की जा सकती है. व्यवस्था उपभोक्ता-अनुकूल और सुरक्षित होने साथ-साथ वन टच्च स्क्रीन इंटरफेस के जरिये काम करता है.

ओमैकस के सहयोग से स्थापित किया गया

नेशनल फोरेंसिक साइंसज यूनिवर्सिटी (एनएफएसयू) द्वारा अरिष्टि इन्फो लैबज के सहयोग से विकसित किया गया यह कियोस्क मालवेयर विश्लेषण आधुनिक तकनीकी हुनर की जरूरत के बिना सीधे जन क्षेत्र में लाया गया है. मोहाली साईबर कियोस्क को उनकी कॉर्पारेट सामाजिक जिम्मेदारी सुविधा के हिस्से के तौर पर ओमैकस के सहयोग से स्थापित किया गया है.

मोहाली इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के प्रतिनिधि शामिल थे

उद्घाटन समारोह में शामिल होने वालों में सीनियर सिटीजन एसोसिएशन, मोहाली, लायनज क्लब मोहाली, रैड्ड क्रास मोहाली, रोटरी क्लब मोहाली और मोहाली इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के प्रतिनिधि शामिल थे.

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