Chaitra Amavasya 2022: 31 मार्च या 1 अप्रैल, जानें किस दिन है चैत्र अमावस्या

Chaitra Amavasya 2022: चैत्र मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या की सही तारीख को लेकर कई लोगों में उपापोह की स्थिति है। कुछ लोग 31 मार्च को अमावस्या मान रहे हैं। कुछ लोग 1 अप्रैल को अमावस्या मान रहे हैं। लेकिन आपको बता दें कि 31 मार्च को अमावस्या तिथि 12 बजे दोपहर में शुरू होगी और अगले दिन 1 अप्रैल को सुबह 11 बजे तक रहेगी।
ऐसे में कई लोग 31 मार्च को अमावस्या (Chaitra Amavasya 2022) तिथि मान रहे हैं तो वहीं कुछ लोग उदया तिथि होने के लिए 1 अप्रैल को अमावस्या मना रहे हैं।
ज्योतिषियों के अनुसार, दोनों ही दिन अमावस्या की तिथि मनाई जा रही है। 31 मार्च को श्राद्ध कर्म की अमावस्या और 1 अप्रैल को स्नान और दान की अमावस्या होगी। चैत्र अमावस्या पर पितरों की विशेष पूजा अर्चना की जाती है।
ऐसा कहा जाता है कि इस दिन पितरों की पूजा करने से उनका आशीर्वाद हमेशा आपके घर के ऊपर बना रहता है। 31 मार्च को गुरुवार का दिन है और इस दिन श्राद्ध कर्म के लिए अमावस्या सही है और स्नान और दान के लिए शुक्रवार को पड़ने वाली अमावस्या सही रहेगी।
अमावस्या की प्रारंभ तिथि (Chaitra Amavasya 2022)
31 मार्च को दोपहर 12 बजकर 22 मिनट से शुरू होगी। यह अमावस्या दूसरे दिन 1 अप्रैल को सुबह 11 बजकर 53 मिनट तक रहेगा।
- ब्रह्य योग- सुबह 9 बजकर 37 मिनट तक।
- सर्वार्थ सिद्धि योग- 1 अप्रैल सुबह 10:40 बजे से 2 अप्रैल सुबह 6:10 बजे तक
- अभिजित मुहूर्त- 12:00PM से 12:50PM
- अमृत सिद्धि योग- 10:40AM से लेकर 2 अप्रैल सुबह 6:10AM
चैत्र अमावस्या (Chaitra Amavasya 2022) का महत्व
धार्मिक मान्यताओं की माने तो इस दिन व्रत रखने से और चंद्र देव की पूजा करने से सौभाग्य और समृद्धि में वृद्धि होती है। इस दिन पवित्र नदियों में स्नान करने का बहुत अधिक महत्व बताया गया है।
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