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Amravati Murder Case: केमिस्ट हत्याकांड को लेकर एनआईए ने किया चौका देने वाला खुलासा

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नई दिल्ली। उदयपुर और अमरावती में हुई हत्या का मामला सीधा आईएसआईएस से जुड़ता दिखाई दे रहा है. अमरावती में 21 जून को हुई केमिस्ट उमेश कोल्हे की हत्या के मामले में बीती रात नागपुर से एक सरगना को गिरफ्तार किया गया है। वह रहबर समूह से जुड़ा बताया गया है। केमिस्ट की हत्या को लेकर एनआईए ने जो एफआईआर दर्ज की है, उसमें आतंकी कृत्य मानते हुए राष्ट्रीय सुरक्षा की दृष्टि से जांच की बात कही गई है। वहीं, अमरावती पुलिस ने इसे आतंकी संगठन आईएसआईएस की स्टाइल में की गई हत्या माना है। 

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अमरावती पुलिस ने पहले इसे लूट की घटना मानते हुए हत्या माना था, लेकिन एनआईए की एफआईआर से स्पष्ट हुआ है कि उमेश कोल्हे से कुछ नहीं लूटा गया था। एनआईए इस बात की भी जांच करेगा कि यह किसी राष्ट्रीय साजिश का हिस्सा है? क्या इसके तार विदेश से जुड़े हैं? एनआईए का कहना है कि इसका मकसद देश में एक वर्ग के लोगों को दहशतजदा करना था। 

अमरावती की पुलिस निरीक्षक नीजिमा अराज ने बताया कि उन्हें हत्याकांड के सरगना को बीती रात नागपुर से गिरफ्तार किया गया। उससे पूछताछ की जा रही है। इनका एक हेल्पलाइन ग्रुप-रहबर ग्रुप है। कई लोग उससे जुड़े हैं। अब तक सात आरोपी गिरफ्तार किए जा चुके हैं। मुख्य आरोपी की गिरफ्तारी के बाद और भी गिरफ्तार किए जा सकते हैं।

मामले में उमेश कोल्हे के पुत्र की शिकायत पर यूएपीए (UAPA) कानून की धारा 16, 18 और 20, भादंवि की धारा 302, 120 (B), 153 (A), 153 (B) के तहत केस दर्ज किया गया है। उमेश कोल्हे की 21 जून को अमरावती में तीन बाइक सवार हमलावरों ने गला रेतकर आईएसआईएस स्टाइल में हत्या कर दी थी। इसके बाद 28 जून को उदयपुर में भी इसी तरह कन्हैया लाल साहू की हत्या कर वीडियो सोशल मीडिया में वायरल किया गया था। इससे देश स्तब्ध रह गया था। 

आरोपियों में शामिल युसूफ मृतक उमेश का दोस्त था: महेश कोल्हे
केमिस्ट उमेश कोल्हे के भाई महेश कोल्हे ने बताया कि उन्हें पुलिस नोट से पता चला कि भाई की हत्या नुपुर शर्मा मामले में उनकी पोस्ट को लेकर की गई है। गिरफ्तार आरोपी युसूफ खान उमेश का अच्छा दोस्त था। युसूफ पशु चिकित्सक है और हम उसे 2006 से जानते हैं।  महेश कोल्हे ने कहा कि हत्या का सरगना गिरफ्तार हो गया है, इसलिए जांच अब तेजी से आगे बढ़ सकती है। हम मांग करते हैं कि मामला फास्टट्रेक कोर्ट में चलाया जाए और दोषियों को अधिकतम सजा दी जाए। महेश ने कहा कि जांच एनआईए को सौंपे जाने से हमें संतोष है कि मामला जल्द सुलझ सकेगा और आरोपियों को जल्द गिरफ्तार किया जा सकेगा।

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